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हाल ही में, सोहा अली खान ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि पटौदी पैलेस के रखरखाव और प्रबंधन का खर्च काफी बढ़ गया है। महल का रखरखाव एक बड़ी चुनौती है, और इसे बनाए रखने के लिए पटौदी परिवार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम जानेंगे कि कैसे सोहा अली खान और उनका परिवार इस ऐतिहासिक पैलेस की देखभाल कर रहा है और उसके रखरखाव के खर्च को कैसे पूरा कर रहा है।
पटौदी पैलेस का इतिहास
पटौदी पैलेस को 1900 के दशक की शुरुआत में बनाया गया था और इसका वास्तुशिल्प डिज़ाइन नवाब इब्राहीम अली खान द्वारा प्रेरित था। यह महल इंडो-यूरोपियन शैली में बना है, जो उसे अन्य भारतीय महलों से अलग करता है। इस महल में 150 से अधिक कमरे हैं, जिनमें भव्य डाइनिंग हॉल, लक्ज़री बेडरूम, और खूबसूरत गार्डन शामिल हैं।
पटौदी परिवार के नवाबों के साथ-साथ इस पैलेस में कई ऐतिहासिक घटनाएं घटित हुई हैं, जिससे यह भारतीय इतिहास का अहम हिस्सा बना। पटौदी पैलेस को न केवल रॉयल परिवार की धरोहर के रूप में देखा जाता है, बल्कि भारतीय सिनेमा और क्रिकेट के इतिहास में भी इसका महत्व है।
रखरखाव का खर्च बढ़ाने के लिए परिवार क्या करता है?
सोहा अली खान ने बताया कि इस महल का रखरखाव बेहद महंगा और चुनौतीपूर्ण काम है। बड़े महल और उसकी देखभाल के लिए नियमित रूप से काम करना पड़ता है, जैसे साफ-सफाई, रिनोवेशन, और मूल संरचना की मरम्मत। इसके अलावा, महल के गार्डन, फर्नीचर और अंदरूनी हिस्सों को बनाए रखना भी एक महत्वपूर्ण कार्य है।
पैलेस के रखरखाव के खर्च को पूरा करने के लिए, पटौदी परिवार ने कुछ खास कदम उठाए हैं:
1. महल को शूटिंग लोकेशन के रूप में किराए पर देना:
पटौदी पैलेस का इस्तेमाल अक्सर फिल्मों, टीवी शो, और विज्ञापनों की शूटिंग के लिए किया जाता है। सैफ अली खान और करीना कपूर की फिल्में जैसे “वीर ज़ारा,” और “मंगल पांडे: द राइज़िंग” जैसी कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है। पैलेस की भव्यता और रॉयल लुक इसे बॉलीवुड के लिए एक आकर्षक लोकेशन बनाता है, जिससे परिवार को एक अच्छा वित्तीय सहयोग मिलता है।
2. पैलेस में पारिवारिक इवेंट्स:
पटौदी परिवार नियमित रूप से अपने पारिवारिक इवेंट्स जैसे शादियां, सालगिरह, और अन्य समारोह इस महल में आयोजित करते हैं। यह इवेंट्स परिवार के लिए खास होते हैं और वे इन्हें पैलेस के रखरखाव के लिए एक अवसर के रूप में देखते हैं।
3. टूरिज़्म और हॉस्पिटैलिटी:
पटौदी पैलेस को एक लग्जरी रिसॉर्ट या होटल के रूप में इस्तेमाल करने की भी योजना पर काम किया जा रहा है। इस महल के कुछ हिस्सों को पर्यटकों और मेहमानों के लिए खोला गया है, जहां वे रॉयल अनुभव ले सकते हैं। इससे न केवल पैलेस की आमदनी बढ़ती है, बल्कि पर्यटकों को भी एक ऐतिहासिक स्थल पर ठहरने का मौका मिलता है।
4. ब्रांड एंडोर्समेंट और सोशल मीडिया:
पटौदी परिवार के सदस्य, विशेषकर सैफ अली खान और करीना कपूर खान, अपनी लोकप्रियता का फायदा उठाकर ब्रांड एंडोर्समेंट और सोशल मीडिया के माध्यम से पैलेस के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं। इससे पैलेस को एक अलग पहचान मिलती है, जो उसकी आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करने में मदद करता है।
परिवार का व्यक्तिगत योगदान
सोहा अली खान और सैफ अली खान दोनों ही पटौदी पैलेस की देखभाल के प्रति बहुत सजग हैं। उनके अनुसार, पैलेस न केवल एक संपत्ति है, बल्कि उनके परिवार की शाही धरोहर भी है। सोहा ने बताया कि उनका परिवार नियमित रूप से पैलेस की देखभाल और संरक्षण के लिए व्यक्तिगत योगदान भी देता है।
सैफ अली खान ने कुछ साल पहले पैलेस को वापस खरीदा था, क्योंकि इसे पहले किराए पर दिया गया था।
पटौदी पैलेस का भविष्य
पटौदी पैलेस का रखरखाव सिर्फ एक वित्तीय मामला नहीं है, बल्कि यह इतिहास और परंपरा को बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण कार्य भी है। सोहा अली खान और उनके परिवार ने इस पैलेस को एक नए रूप में प्रस्तुत करने की योजना बनाई है, जिससे यह भारतीय शाही धरोहर का एक प्रतीक बना रहे।
पटौदी पैलेस का भविष्य इसलिए भी उज्जवल दिखता है क्योंकि परिवार इसे न केवल आर्थिक रूप से स्थिर करने के प्रयास कर रहा है, बल्कि इसे नए तरीकों से दुनिया के सामने भी पेश कर रहा है। इस महल की भव्यता और उसकी ऐतिहासिक महत्वता इसे एक अमूल्य धरोहर के रूप में बनाए रखेगी।
निष्कर्ष
पटौदी पैलेस का रखरखाव और उसके खर्च का प्रबंधन करना एक बड़ी जिम्मेदारी है, जिसे पटौदी परिवार ने बखूबी निभाया है। सोहा अली खान और उनके परिवार ने कई प्रयास किए हैं, जिससे इस ऐतिहासिक महल की देखभाल हो सके और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित रखा जा सके।
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